Aalas kyu aata hai |
Aalas kyu aata hai / आलस क्यों आता है?
हमारे जरुरी काम अक्सर समय से पुरे नहीं हो पाते, हम जितने भी बहाने बना ले लेकिन अंतिम में सारा इल्जाम "आलस या सुस्ती" का ही होता है। मौसम ख़राब हो जाना लाइट का चले जाना बाहरी कारण हो सकते है लेकिन ये आलस तो निश्चित रूप हमारे अंदर से ही आता है। इसे बीमारी कहे तो कोई गलत बात नहीं होगी। इस पोस्ट पर हम Aalas kyu aata hai का पोस्ट-मार्टम करेंगे और जानेंगे आलस क्यों आता है, नुकसान और उपाय आसान भाषा में।
Laziness / आलस क्या है?
हमारे पास एक ही तो दिमाग है जिसके तर्क और वितर्क से हम अपने कुछ कामो को अंजाम देते है। लेकिन दिल का समय पर धड़कना, पलके झपकना, गुर्दा/लिवर और बहुत से अंगो का काम करते रहना दिमाग के अचेतन या अर्ध-जागृत मन का काम है जो की आटोमेटिक मोड में चलते है। इसी अचेतन मन की दें है ये आलस। परिस्थितियों का हमारे अनुकूल होने पर आलास आती है, बच्चो की शादी, किसी की बीमारी में या चाहने वाले के लिये अचानक बुरी खबर मिलने पर आलस तुरन्त भाग जाता है। जरा सोचिये- जब काम करे बिना सब चलता रहे तो काम करना ही कौन चाहेगा! (example: घर में रहने वाले Pet Animals,)
हम सभी कभी न कभी आलस्य महसूस करते हैं। लेकिन अगर यह आपके मन में लगातार आने वाली भावना है और आप आलसी होने के कारण से चिंतित हैं, तो हो सकता है कि आपका शरीर आपको बता रहा हो कि कुछ गलत है।
कभी-कभी जब हमें कुछ करना होता है, तो हमारा मन सहयोग या शामिल नहीं होना चाहता। यह आलस्य है। कुछ लोग निराश हो जाते हैं और इसे आलसी कहते हैं - लेकिन सच तो यह है कि जब आप "मैं बहुत आलसी हूँ" जैसा कुछ कहते हैं, तो यह वास्तव में आपके शरीर में आराम की गहरी आवश्यकता का संकेत देता है।
हो सकता है कि आपने पर्याप्त आराम नहीं किया हो या आपका दिमाग सक्रिय हो और एक सेकंड के लिए भी धीमा नहीं होना चाहता हो। आपका मन कुछ करना चाहता है, अधिक उत्तेजना चाहता है। आप अपनी ऊर्जा के स्तर को फिर से बढ़ाने के लिए झपकी लेने या पार्क में टहलने की कोशिश कर सकते हैं।
जब तक आप अपने बारे में अच्छा महसूस कर रहे हैं और आप आलस्य से काम बंद नहीं कर रहे हैं, यह स्वाभाविक है कि कभी-कभी आप उन्हें तुरंत करने के बजाय रातों-रात करना चाहते हैं। लेकिन कई बार लोग पटरी से उतर जाते हैं और आलस्य में फंस जाते हैं, जहां आप आखिरी क्षण तक चीजों को टालते रहते हैं।
यदि आप हर समय थके हुए हैं, तो ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि आपके पास पर्याप्त नींद या आराम नहीं है। यह भी हो सकता है कि आपका शरीर सामान्य से अधिक मेहनत कर रहा हो, और आप काम या पार्टी के कारण देर रात तक जाग रहे हों।
यह भी हो सकता है कि आपका आहार आपके ऊर्जा के स्तर को प्रभावित कर रहा है, खासकर यदि आप भोजन छोड़ रहे हैं या बहुत अस्वास्थ्यकर भोजन खा रहे हैं। आपके शरीर को ठीक से काम करने के लिए आपको प्रोटीन, विटामिन और खनिजों से भरा संतुलित आहार लेना चाहिए।
आप पर काम का बोझ भी हो सकता है, और आप काम या घर को लेकर तनाव महसूस कर सकते हैं। अगर ऐसा है, तो अपने लिए कुछ समय निकालें और आराम करने के लिए कुछ ऐसा करें जैसे किताब पढ़ना या संगीत सुनना।
इसका मतलब यह भी हो सकता है कि आपके जीवन में भावनात्मक मुद्दे अनसुलझे हैं, हो सकता है कि आप घर पर दुखी महसूस कर रहे हों, यह व्यक्त करने में असमर्थ हों कि आपने कैसा महसूस किया, हो सकता है कि आप स्कूल या काम पर अपनी समस्याओं के बारे में बात करने में असमर्थ थे। अगर ऐसा है, तो किसी से बात करने की कोशिश करें और देखें कि क्या कोई समाधान है।
आलस्य आपके शरीर में आराम की आवश्यकता का संकेत दे सकता है, लेकिन इसका मतलब यह भी हो सकता है कि कुछ अधिक गंभीर गलत है। निम्न में से कोई भी लक्षण होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें:
लगातार थकान, बीमार महसूस करना, भूख न लगना, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द।
बच्चो, युवाओ और बुजुर्गो के शरीर में आलस, सुस्ती या थकान 3 मुख्य कारण होते है:
- ज्यादा सोचना (किसी काम को टालना ही सोचने का कारण है और इसे ही आलस कह सकते है। )
- ज्यादा खाना (सच है खाने से हमे ऊर्जा/Energy मिलती है, लेकिन उससे पहले खाने को पचाने के लिए ऊर्जा/Energy लगती है जिससे शरीर में ऊर्जा की कमी हो जाती है और हम इसे आलस कहते है। )
- बीमार होना (अनिंद्रा/Insonmia, मानसिक तनाव, भग्यवादी सोच /Future thought, दवाओं का असर। )
इनके सिवा इंसान को आलस क्यों आता है, शरीर में थकान क्यों आती है- जो इन्ही मुख्य कारणों से निकली हैं-
- जिंदगी में किसी लक्ष्य का न होना।
- अधिक भोजन करना आलस देता है।
- भाग्यवादी नजरिया होने की आदत।
- शरीर को पर्याप्त नींद का ना मिलना।
- किसी कार्य में रुचि ना होना।
आलस दूर करने के उपाय/आलस को कैसे दूर करें |
आलस करने से क्या होता है / आलस्य से होने वाले नुकसान
- व्यक्ति जीवन में सक्रियता/Active-ness का ना होना।
- समय पर अपना काम नहीं कर पाना।
- सेहत पर बुरा असर और बीमारियों से घिर जाना।
- रोजाना के कार्यो से रूचि का कम होते जाना।
- मांसपेशियों में थकान का कारण है आलस।
आलस दूर करने के उपाय/आलस को कैसे दूर करें
- खाना ताज़ा और कम समय में पचने वाला खाये। इसमें कम से कम 60-70% पानी वाले फल और सब्जी शामिल है।
- रेगुलर Exercise या व्यायाम करने से खून शरीर और दिमाग के हर हिस्से में पहुंचेगा जिससे आप सारा दिन सक्रिय रहेंगे।
- रात और सुबह को समय से उठने और जागने की आदत डाले।
- कल करे सो आज करे, आज करे सो अब का सिद्धांत अपनाये और समय की अहमियत को समझना। (ये वक्त दोबारा नहीं आएगा)
- दिन के वक्त ऊर्जावान बने रहने के लिए थोड़ी मात्रा में आप Chocolate, सौंफ, ग्रीन-टी, दलिया, दही या पानी पी सकते है।
- अपने कामो में रूचि लाये ताकि वो काम आपको बोझ ना लगे एवं अंदर से प्रेरित रहे (Self-motivated).
- किसी भी काम को लगातार न करे , बीच बीच में थोड़ा आराम ले।
- ध्यान करने की शक्ति [पर काम करे और उसे बढ़ाये।
FAQ / आमतौर पर पूछे जाने वाले सवाल :
- आलस्य को मारने के लिए आपका तरीका क्या है?
> मैं व्यवस्थित तरीके से काम करता हूँ, लाभ और परिणाम के बारे में सोचता हूँ और बिना बात की tenson नहीं लेता।
- आलस को किन आसान चीज़ो से दूर कर सकते है ?
> आलस को 2 आसान चीज़ो से खत्म किया जा सकता है - प्रेम या भय (डर)
- मनुष्य ही आलसी क्यों होते है ?
> ऐसा नहीं है की सिर्फ मनुष्य ही आलसी होते है, हमारे सिवा बहुत से जंगली जानवर भी आलस करते है जैसे की शेर जो की दिन में 20-22 घंटे तक सोते है।
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