पर्यावरण किसे कहते है ? paryavaran kise kahate hain uttar |
पर्यावरण किसे कहते है (Paryavaran kise kahate hain uttar): 5-10 तक की क्लास में पूछा जाने वाला यह आम सवाल है की पर्यावरण किसे कहते है और इसकी परिभाषा क्या होती है। वैसे तो गूगल पर हर सवाल के उत्तर मिल जाते है लेकिन इस पोस्ट में आपको आसान भाषा में पर्यावरण की सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध हो जायेगी। इसलिए आप इस पोस्ट को पूरा पढ़े।
यहाँ आप इन सवालो का उत्तर जानेंगे:
- पर्यावरण क्या है, किसे कहते है?
- पर्यावरण को इंग्लिश में क्या कहते है ?
- इसकी परिभाषा क्या होती है ?
- पर्यावरण का क्या महत्व है?
प्रश्न: पर्यावरण किसे कहते है? विस्तार में बताइये: Paryavaran kise kahate hain uttar
उत्तर: हमारे आस-पास मौजूद हर चीज़ चाहे वो जीवित हो या अजीवित ही पर्यावरण कहलाती है।पर्यावरण में संस्कृत के 2 शब्द है, "परि" और "आवरण" जिनमे परि का मतलब 4 दिशाएं (पूरब-पक्षिम-उत्तर-दक्षिण) है और आवरण का मतलब होता है घेरा, जिससे हम सब घिरे हुए है।
हमारे आसपास बहुत सी चीज़े है जिनसे हम घिरे हुए है, इनमे कोई भी जीवित प्राणी, कीड़े-मकौड़े, पंछी, नदी, हवा, पहाड़, मिटटी, घर आदि सब शामिल है।
सवाल: पर्यावरण को इंग्लिश में क्या कहते है?
उत्तर: पर्यावरण को इंग्लिश में Environment कहते है।
सवाल: पर्यावरण की परिभाषा क्या होती है?
उत्तर: पर्यावरण की परिभाषा: सभी जीवित या भौतिक वस्तुए जो हमारे आसपास पायी जाती है अथवा दिखाई देती है जैसे पेड़, पंछी, जल, वायु, घर, प्रकाश, जानवर अवं समूची प्रकृति सब पर्यावरण के अंतर्गत आते है।
सवाल: पर्यावरण का क्या महत्व है?
उत्तर: पर्यावरण हमारे लिए हमारे आस पास की चीज़े हो सकती है लेकिन अगर बात करें मेरे घर में रह रहे पालतू कुत्ते की तो उसके लिए मैं और सभी इंसान भी पर्यावरण का हिस्सा है। दोस्तों पर्यावरण कोई बाहरी वस्तु नहीं बल्कि इसी पर्यावरण का एक छोटा सा हिस्सा है हम सब।
पर्यावरण का महत्व जितना हम इंसानो के लिए है उतना ही छोटी सी चींटी के लिए भी है। पर्यावरण के बिना ये पृथ्वी और यहाँ का जीवन संभव नहीं। पर्यावरण उन सब से मिल कर बनता है जो जीवित और भौतिक वस्तुए है। पर्यावरण के महत्व की चर्चा करते मैं और आप ही नहीं होते अगर ये पर्यावरण नहीं होता। इसका उदहारण आप चाँद या हमारे आसपास बंजर और बेजान पड़े ग्रहों (Planet) को देख कर समझ सकते हैं।
पर्यावरण हमारे और अन्य जीवित प्राणियों के लिए पृथ्वी में जलवायु और सही तापमान का संतुलन बनती है। हमारे पर्यावरण में 29% जमीन और 71% पानी पाया जाता है। बाकी जो बचा वो हवा है जिसमे Nitrogen 78% Oxygen (प्राणवायु) 21% Argon 0.93% Carbon dioxide 0.04 है।
निष्कर्ष / Conclusion
दोस्तो हज़ारो-करोड़ो सालो से या ये कहें की हमे पता उतने सालो से ये प्रकृति या पर्यावरण बाकी सभी जीवो और हमारे मम्मी-पापा के पापा-मम्मी के दादा-दादी के नाना-नानी के मामा-मामी को भी संरक्षण देती आयी है। हमसे बिना कुछ लिए। तब तक ठीक था जब हम गांव में रहा करते थे बिजली नहीं थी लेकिन पीने का पानी साफ़, हवा, और लोगो का मन भी साफ़ था।
लेकिन पिछले कुछ 30-40 सालो के अंदर सालो ने आतंक मचा कर रख दिया है यार। जरूरते बढ़ रही हैं, आबादी बढ़ रही तो इसपर लगाम लगाने के बजाए हम सब उसी पर्यावरण का शोषण कर रहे है जो हमे संरक्षण देती है।
इस पोस्ट को पढ़ रहे सभी मेरे भाई-बहिन को जितना जरुरी पर्यावरण की परिभाषा जानना जरुरी था उतना ही उसपर होने वाले अत्याचार को भी जानना जरुरी है। कही भूल-चूक हुई तो माफ़ी।
आपका इसपर क्या विचार है कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताएं और अगर आपको "Paryavaran kise kahate hain uttar" पसंद आया हो तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों और रिस्तेदारो में जरूर शायर करें।