बेरोजगार युवा पीढ़ी और देश का भविष्य का कड़वा सच |
बेरोजगार युवा पीढ़ी और देश का भविष्य: बेरोजगार से रोजगार बनने तक का सफर हर कोई अपने जीवन की किसी ना किसी उम्र / Age में पूरा करता ही है। हो सकते है आप भी इस पड़ाव में या इसे अपने बच्चो के लिए पढ़ रहे है। सबकी अपनी-अपनी सोच के अनुसार हमने इन्हें 3 Groups में बांटा है।
"Group A" बहुत पहले किसी भी कारणवश जिम्मेदारियां उठाना सीख जाते है। कुछ पेट्रोल पंप में काम करके भी Reliance Jio के मालिक बन जाते है, तो कुछ अपना परिवार सम्भालने तक अपने अपने दायरे में अपना 100% देने की कोशिश करते हैं।
तो "Group B" को बाद / Late में अक्ल आती है, या परिस्तिथि अनुसार जीवन भर अक्ल नही आती।
इस Group में भारत के बहुत से (18-35) उम्र के युवा और बच्चे शामिल है। अलग अलग वर्ग, समाज और उम्र से आने वाले अधिकतर लोग नशे का शिकार है। व्हाइटनर/Tube से लेकर ड्रग्स तक।
इनमे वो दिव्यांग और मानसिक रोगी भी आते है जो प्रकार्तिक रूप से असक्षम हैं, शरीर के अंगों का उपयोग करने में।
इनमे तीसरा और आखिरी "Group C" भी होता है जो मेहनत तो कर रहे होते है, लेकिन सफलता पाने के लिए या अपने पहले पैसे कमाने के लिए।
जैसे UPSC या किसी अन्य Exam की तैयारी में लगे छात्र।
2021 की जनरेशन में इस बात से भी इनकार नही जा सकता की, छोटी उम्र के बच्चे भी पैसो के मामले Govt Job से ज्यादा कमा रहें हैं, और बहुत से समझदार वर्ग के युवा तो Job छोड़ कर Startup के जरिये निर्भर हो रहे हैं। इसी लिए हमने इन्हें Group C में रखा।
135,00,00,000+ की आबादी वाले भारत देश मे आज भी अधिकतर घरो में यह माना जाता है, कि एक सुरक्षित और सामाजिक जीवन जीने के लिए Government Job सबसे अच्छी होती है। अगर कही ना मिली तो प्राइवेट भी ठीक-ठाक। लेकिन कुछ घर ऐसे भी है जहाँ 12 साल के बच्चे भी 150000 कम रहे है।
जैसे प्रयागराज से 12th पढ़ रही Saloni shukla,
deepawali.co.in के संस्थापक पवन अग्रवाल
यूट्यूब और ब्लॉग्गिंग क्षेत्र में सतीश कुशवाहा
बात मानसिकता की करें तो हर वर्ग के लोग अपनी जगह में सही है। ठीक उसी तरह जैसे ये अलग-अलग Group भी अपनी राय-विचार में सही है।
Group A, Group B, Group C (भारतीय बेरोजगार) के शब्द:
भारतीय बेरोजगार अपने परिवार / देश से: बचपन से अब तक आप सबने बहुत जिम्मेदारी उठायी मेरी। अब मेरा भी फर्ज या कर्तव्य है आपके प्रति मेरी जिम्मेदारियों को निभाने का। परिवार / देश / दुनिया की पहचान आगे बढाने का जिसे हमारी पिछली पीढ़ी ने हमारे लिए छोड़ा है।
मेरी परवरिश वहाँ हुई जहाँ सबको बस एक ही चश्मे से देखा जाता है, मतलब पैसो का चश्मा। शायद इसलिए शर्मिंदा हो जाता हूँ खुद से, जब आप सब के सामने आता हूँ।
जंगल मे होते तो ताकत, पानी मे होते तो रफ्तार लेकिन 2021 इंसानी समाज में यदि आपने ताकत + बुद्धिमता + पैसा को ही ऊपर उठने का जरिया बनाया है, तो मैं संकल्पित हूँ।
खुद के बचे रहने की प्राकृतिक प्रवत्ति और आप सब के प्रति मेरी जिम्मेदारी निभाने के लिये थोड़ा दूर हूँ खुद से।
2 रास्ते थे :
या कुछ कर जाऊं - या मर जाऊं
अभी दोनो रास्ते एक ही है मेरे लिए, मैं बहुत कुछ करने के लिए मरा जा रहा हूँ।
कहते हैं सफलता बाजार में मिलती है, मैं खरीद रहा हूँ उसे। आप भी खरीद सकते हैं, इसे कोई भी खरीद सकता है,
बस पूरा दाम चुकाना पड़ेगा।
उसी दाम को चुकाने के लिए दोस्त, परिवार और खुद से भी दूर हो गया हूँ। बड़े सपने तो नही दिखाऊंगा पर अपनी तरफ से 100% दे रहा हूँ मैं।
मेेरे परिवार/देश/दुनिया मे Group A Group B और Group C तीनो प्रकार के लोग है। उन सब को सम्रद्ध देखने के लिए लिख-पढ़ रहा हूँ मैं।
दोस्तो परिस्तिथि और मानसिकता के आधार पर हम सबका दायरा अलग अलग जरूर है, लेकिन हर कोई अपने दायरे में बड़ा बनने के संघर्ष में लगा है।
मैं आप सब के अंदर कार्य कर उस रही ऊर्जा-शक्ति को नमन करता हूँ जो सोच को सच करने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहा है। बाकी है तो हम सब सीमित समय मे मिट्टी और 60-70% पानी का ढेर।
प्रिय पाठकों,
मैं भी आप की तरह किसी सपने को सच करने में लगा हूँ। मायने नही रखता मेरा नाम, मेरी उम्र क्या है। इस पोस्ट पर मैंने अपने अभी तक के जीवन के कुछ अनुभव को आपके सामने रखा है। Hindiansite आपके उज्जवल भविष्य की कामना करती है।
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